युवा वैज्ञानिक अनुसंधान कार्यक्रम (YSRP-2014) |
|
परिणाम 2014
राजा रामन्ना प्रगत प्रौद्योगिकी केन्द्र (आरआरकेट), इंदौर भारत सरकार के परमाणु ऊर्जा विभाग की एक प्रमुख केन्द्र है, जो त्वरक विज्ञान, लेसर विज्ञान, संबंधित प्रौद्योगिकी एवं अनुप्रयोगों के अग्रणी अनुसंधान क्षेत्रों में अनुसंधान एवं विकास गतिविधियों से जुड़ा है ।
केन्द्र की अनुसंधान गतिविधियों में शामिल है :-
केन्द्र के पास राष्ट्रीय सुविधा के रूप में कार्यरत दो स्वदेशी रूप से डिजाइन, विकसित एवं अधिचालित किए गए दो सिंक्रोट्रॉन विकिरण स्रोत इण्डस-1 एवं इण्डस-2 है जिसमें कई बीमलाइनों का अधिचालित एवं प्रचालनरत है ।
केन्द्र में अन्य कई प्रमुख त्वरक गतिविधियां जैसे समुत्खंड न्यूट्रॉन स्रोत के लिए उच्च ऊर्जा प्रोटान त्वरक, खाद्य किरणन एवं औद्योगिक अनुप्रयोगों के लिए इलेक्ट्रॉन त्वरक, टेराहर्टज् एवं इन्फ्रारेड स्पेक्ट्रल रीजन में मुक्त इलेक्ट्रॉन लेसर, त्वरकों के लिए अपेक्षित अतिचालन एवं चुंबकीय पदार्थ, प्रगत प्रौद्योगिकियों जैसे अतिचालन रेडियो आवृत्ति (एससीआरएफ) गुहिकाएं एवं क्रायोमॉड्यूल, उच्च शक्ति रेडियोआवृत्ति एवं माइक्रोवेव प्रणालियां, क्रायोजनिक्स, चुंबक, प्रिसीजन पावर सप्लाई, पराउच्च निर्वात प्रणाली, प्रिसीजन विनिर्माण एवं नियंत्रण मापयंत्रण का विकास ।
वैज्ञानिक कंप्यूटिंग एवं प्रोग्रामिंग, साफ्टवेयर डेवलपमेंट, कंप्यूटर नेटवर्क इन्फ्रास्ट्रक्चर में सहयोग हेतु विभिन्न अनुसंधान एवं विकास कार्यक्रम ।
कॉपर-वेपर लेसर, डाई लेसर, Nd:YAG लेसर, हाईपावर CO2 लेसर, Ti:सेफायर लेसर डायोड लेसर आदि का उपयोग एवं विकास ।
अर्द्धचालक में प्रायोगात्मक कार्यक्रम, परा-तीव्र अध्ययन, नानलिनियर प्रकाशिकी, परमाणुओं का लेसर शीतलन, लेसर प्लाज्मा अन्योन्यक्रिया, लेसर पदार्थ (सिरेमिक्स एंव सिंगल क्रिस्टल), सिंक्रोट्रॉन विकिरण के अनुप्रयोग एवं लेसर के जैवचिकित्सीय अनुप्रयोग ।
नानलिनियर एवं क्वांटम प्रकाशिकी पर सैद्धांतिक अनुसंधान, त्वरकों में नानलिनियर गतिकी, मुक्त-इलेक्ट्रॉन लेसर, पदार्थ विज्ञान, टर्बिड मीडिया में मध्यम फैलाव पर अध्ययन एवं बायोमेडीसीन में इनके अनुप्रयोग ।
अधिक जानकारी के लिए हमारी वेबसाईट https://www.rrcat.gov.in देखें ।
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के इन अग्रणी क्षेत्रों में युवा विद्यार्थियों को आगे लाने के क्रम में, केन्द्र द्वारा ग्रीष्मकाल में युवा वैज्ञानिक अनुसंधान कार्यक्रम चलाया जाता है ।
पात्रता :
विद्यार्थी जो एम.एससी. (भौतिकी) के प्रथम वर्ष में अथवा इंटीग्रेटेड एम.एससी. (भौतिकी) के चौथे वर्ष में अथवा बी.ई./बी.टेक (इंजीनियरी फिजिक्स/मेकेनिकल इंजीनियरिंग/इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग /इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग /मेटलर्जी / कंप्यूटर साइंस/इन्फारमेशन टेक्नोलॉजी) के तीसरे वर्ष में अध्ययनरत है, आवेदन कर सकते है ।
राष्ट्रीयता : आवेदक भारतीय नागरिक होना चाहिए ।
चयनित अभ्यर्थियों को आने-जाने का द्वितीय श्रेणी (स्लीपर) का ट्रेन किराया तथा प्रतिमाह रू. 2500/- का वृत्तिका दी जाएगी । इसके अलावा आरआरकेट अतिथि गृह में मुफ्त ठहरने की सुविधा दी जाएगी । इस कार्यक्रम हेतु चयनितों को इस केन्द्र में उनके 8 सप्ताह ठहरने के साथ 12 मई, 2014 से 04 जुलाई 2014 तक एक प्रोजेक्ट पर कार्य करने दिया जाएगा । अनुसंधान कार्यक्रम की समाप्ति पर, भाग लेने वाले विद्यार्थियों को उनके प्रोजेक्ट/अनुसंधान कार्य पर प्रेजेन्टेशन देना और प्रोजेक्ट रिपोर्ट प्रस्तुत करना आवश्यक है ।
आवेदन कैसे करें :
आवेदन निम्नलिखित पते पर केवल ई-मेल द्वारा प्रस्तुत किया जाना चाहिए ।
ysrp@rrcat.gov.in
वायएसआरपी 14 हेतु आवेदन केवल इस वेबपेज पर उपलब्ध फार्मेट में प्रस्तुत किया जाना चाहिए ।
अभ्यर्थियों को एक अनुशंसा पत्र भेजना होगा जिसकी हस्ताक्षरित स्कैन प्रति आवेदन पत्र के साथ ई-मेल से भेजी जाए ।
आवेदन प्राप्त होने की अंतिम तिथि 4 अप्रैल 2014 है ।
|